Nipah Virus in Kerala : केरल में हुई निपाह वायरस से एक बच्चे की मौत, जानिए- इसके लक्षण, रोकथाम और उपचार के बारें में

डेस्क: केरल(Kerala) राज्य पहले से ही कोरोना महामारी(Corona Virus) की मार झेल रहा है। ऐसे में अब राज्य में एक और वायरस ने दस्तक दे दी है। केरला में कोझिकोड के पास निपाह वायरस(Nipah Virus) की चपेट में आए एक 12 वर्षीय लड़के की मृत्यु हो गई है। जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गई है। इसी के साथ राज्य के दो स्वास्थ्य कर्मचारियों में भी वायरस संक्रमण के लक्षण पाए गए हैं, जो कि अब चिंता का विषय बन गया है। इसकी जानकारी केरल के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री वीणा जार्ज ने दी है।

आपको बता दें, फिलहाल कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामलें केरल से आ रहे हैं। ऐसे में निपाह वायरस का संक्रमित मामलें आना अच्छे संकेत नहीं दे रहे हैं। निपाह वायरस की बात करें,तो केरल में साल 2018 में वायरस के प्रकोप से 17 लोग मारे गए थे।

ऐसे में आपको जानना जरूरी है कि निपाह वायरस कैसे फैलता है। यह कितना घातक हो सकता है और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है। यहां हम आपको इसके बारें में सारी जानकारी देने वाले है।

निपाह वायरस क्या है ?

निपाह वायरस एक ऐसा वायरस है जो जानवरों के जरिए मनुष्य में तेजी से फैलता है। इस तरह के वायरस को जूनोटिक वायरस (Zoonotic Virus) के रूप में जाना जाता है। यह वायरस जानवरों और मनुष्यों के बीच समान रूप से बीमारी पैदा कर सकता है। यह वायरस सबसे पहले मलेशिया के काम्पुंग सुंगई निफा में पाया गया था। इसके बाद इस वायरस के मामलें बांग्लादेश और भारत जैसे देश में भी सामने आने लगे थे। फिलहाल इसकी कोई वैक्सीन और दवा नहीं बनी है। लेकिन दुनिया भर के वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।

निपाह वायरस कैसे फैलता है ?

निपाह वायरस संक्रमित चमगादड़ों और सूअर के संपर्क के संपर्क से फैलता है। संपर्क में आने के अलग-अलग तरीके हो सकते हैं, जैसे संक्रमित जानवरों द्वारा फल को खाना और उस फल के जरिए यह संक्रमण इंसानों तक पहुंच जाता है। यह वायरस बड़ी तेजी से जानवरों से इंसानों तक संक्रमित होता हैं।

निपाह वायरस के लक्षण (Nipah Virus Symptoms)

निपाह वायरस के लक्षण बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई और उल्टी जैसे संक्रमण के हल्के लक्षण हैं। जबकि गंभीर लक्षणों में एन्सेफलाइटिस (मस्तिष्क में सूजन), कोमा, दौरे शामिल हो सकते हैं।

निपाह वायरस को कैसे रोका जाए ?

  • निपाह वायरस से बचने का पहला कदम है कि संक्रमित जानवरों के संपर्क पर ना आए।
  • संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए साबुन और पानी से हाथ को बार-बार धोना चाहिए। यह करना इसलिए अनिवार्य है कि क्यूंकि यह एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है, इसलिए सफाई बरतना उतना ही जरूरी हैं।
  • फलों को खरीदते और खाते समय पूरी सावधानी बरतें और फलों को धो कर ही खाए।
  • मास्क का इस्तेमाल करना उतना ही जरूरी है जितना कोरोना वायरस के लिए किया जाता है।
  • किसी भी तरह का लक्षण दिखाई देने पर रोगी को तुरंत एहतियात के साथ अस्‍पताल लेकर जाएं या डाक्‍टर से परामर्श लें।

निपाह वायरस का उपचार (Treatment of Nipah Virus)

निपाह वायरस के लिए कोई डॉक्टरों द्वारा कोई उपचार नहीं है, लेकिन उन लक्षणों के लिए उपचार हैं जो एक रोगी प्रदर्शित कर सकता है। निपाह के रोगियों के इलाज के लिए उन्हें उचित आराम की जरूरत है और साथ में उन्हें हाइड्रेशन की ज्यादा जरूरत है।

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